खाद्यान्न की आत्मनिर्भरता बनाये रखने के लिए हमें लगभग 1.5 मिलियन टन प्रतिवर्ष चांवल की अतिरिक्त आवश्यकता होगी । इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सीमित विकल्पों […]
खरपतवारिक धान-एक उभरती समस्या
क्या है खरपतवारिक धान जीव विज्ञान के अनुसार खरपतवारिक धान बोये जाने वाली धान का समरूप है, लेकिन उसमें खरपतवार की विशेषतायें हैं । वनस्पतिक चरण में बोये […]
धान के रोग, लक्षण एवं प्रबंधन
धान के रोग इस प्रकार है:- १.झुलसा रोग (ब्लास्ट) लक्षण इसके लक्षण पत्तियों, बाली की गर्दन एवंत ने की निचली गठानों पर प्रमुख रूप से दिखाई देते हैं […]
बासमती धान में समेकित फसल प्रबंधन
बासमती धान की फसल जो कि मुख्यतः हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब व उत्तराखण्ड राज्यों में उगाई जाती है, अनेक कीड़ों एवं रोगों के प्रकोप से प्रभावित होती […]
धान में नील हरित शैवाल एवं अजोला का उपयोग
नील हरित शैवाल जलीय पौधों का एक ऐसा समूह होता है, जिसे साइनो बैक्टीरिया भी कहा जाता हैं यह एक कोशिकीय जीवाणु है, जो काई के आकार का […]
धान की उन्नत उत्पादन तकनीकी / Paddy farming
परिचय धान भारत की प्रमुख एवं महत्वपूर्ण फसल है इसकी खेती वर्षा ऋतू में की जाती है| भूमि की तैयारी गर्मी में उपयुक्त समय मिलने पर खेत […]
धान में पाए जाने वाले खरपतवार एवं प्रबन्ध
धान की खेती वर्षा ऋतु में की जाती है। इस समय वायुमण्डल में पर्याप्त नमी एवं तापमान की उपस्थिति से खरपतवारों का जमाव एवं विकास अधिक होता है। […]