अच्छे स्वास्थ्य के लिए संतुलित भोजन की आवश्यकता होती है और संतुलित भोजन विभिन्न प्रकार के अनाजों, दालों, शाक-सब्जियों एवं फलों के स्वादिष्ट व्यंजनों द्वारा प्राप्त होता है […]
खरीफ फसलों में खरपतवारों की समस्या एवं उनका वैज्ञानिक प्रबंधन
भारत की तेज गति से बढ़ती हुई जनसंख्या के भरण-पोषण के लिए प्रति इकाई क्षेत्र समय एवं साधन से अधिक से अधिक उत्पादन करना नितांत आवश्यक है । […]
नेपियर बाजरा घास उत्पादन
नेपियर बाजरा घास पानी व पोषक की मांग कम होने के कारण खाली पड़े स्थान, पड़त भूमि, एकल फसली खेती के बाद खाली पड़े खेत सभी जगह उगाई […]
खेत में मृदा एवं जल संरक्षण कैसे करें
खेती योग्य भूमि पर मृदा एवं जल संरक्षण उपाय मुख्य रूप से भूमि ढाल एवं वर्षा पर निर्भर रहता है । जिन क्षेत्रों में भूमि का ढाल 2 […]
फल-फूल झड़ने की समस्या से बचाव
कुछ पौधों की जातियों में वंशीय गुणों के कारण फूलों के मुख्य अंग आपस में मिलने में असमर्थ हो जाते हैं अथवा प्रसंकर पैदा हो जाते हैं, इसलिए […]
मखाना की खेती
मखाना निम्पिफयेसी परिवार का एक जलीय पौध है। इसे साधरणतया गोरगोन नट या पफाॅक्स नट कहते है। यह सालोभर रहने वाले स्थिर जल जैसे तालाब, गोखुर झील, कीचड़ […]
लाख कीट की खेती
परिचय भारत जैसे कृषि प्रधान देश में फसलों की खेती के साथ-साथ कीड़ों की खेती भी की जाती है। इन कीड़ों की खेती के अंतर्गत मधुमक्खी पालन, रेशम […]
फसलों के प्रमुख पुट्टीकारी सूत्रकृमि रोग एवं प्रबंधन
हमारे देश में वर्ष भर में विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती है। इन फसलों के कई प्रकार के शत्रू है, जिसमें प्रमुख रूप से सूत्रकृमि भी है […]
जैविक खेती से लाभ
जैविक खेती किसान एवं पर्यावरण के लिए लाभ का सौदा है। जैविक खेती से किसानो को काम लगत में उच्च गुणवत्ता पूर्ण फसल प्राप्त हो सकती है। इसके […]