मशरूम की खेती से कम लागत में अधिक मुनाफा मिल सकता है। यह कई मर्ज की दवा भी है। मशरूम की खेती काफी कम खर्च में अधिक मुनाफा देने वाला होता है। इसके लिए काफी अधिक जगह की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है। मशरूम की खेती के लिए घर के किसी भी कमरे का उपयोग किया जा सकता है। इसमें पुआल की कुट्टी का डेढ़ इंच का स्तर बनाकर उसमें मशरूम के बीज डाले जाते है। इससे पहले इसमें कुछ रसायन का प्रयोग करते है। 20 दिन के बाद कुट्टी पर सफेद रंग के जाल दिखने लगते है, जो 30 दिनों के बाद तैयार होने लगता है। लोग मशरूम की खेती घर का सारा काम करने के बाद बचे समय में कर सकते है। इसके लिए अलग से समय देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है और महिलाओं के लिए अर्थोपार्जन का एक अच्छा जरिया बन सकता है। देहातों में न केवल लोग इसकी सब्जी बनाकर खाते हैं बल्कि बाजारों में बेचकर आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकते हैं।
मशरूम से होने वाले फायदे
मशरूम न केवल एड्स जैसे रोग से बचाने की क्षमता रखता है वरन उच्च रक्त चाप, मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा, गठिया, एलर्जी एवं कैंसर से बचाने में भी लाभदायक है। यह कई विटामिनों से लवरेज है। मशरूम में काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। जो छोटे बच्चे और बूढ़ों के लिए काफी फायदेमंद होता है। मशरूम में उतना ही प्रोटीन होता है, जितना किसी भी प्रकार के मांस में। इसलिए वैसे लोग जो शाकाहारी होते है, प्रोटीन के लिए इसका प्रयोग कर सकते है।
Source-
- mushroomkikheti.blogspot.in
Up me Ballia dist se belong karte hai aas pass koi market ho jàhà masroom ko sale kar sake ya