बीज से संबंधित सहायता
क्या करें?
- स्थानीय जलवायु के अनुसार सिफारिश की गई किस्मों का उपयोग तथा बीज दर एवं दूरी अपनायें।
- गेहूँ,धान,जौ, दलहन (अरहर को छोड़कर), तिहलन (राई, सरसों, को छोड़कर), मक्का आदि के बीज 3 वर्ष में एक बार, अरहर,राई सरसों, के बीज 2 वर्ष में एक बार एवं संकर बीज प्रति वर्ष बदलें।
- सरकारी संस्थान, अनुसंधान संस्थान, कृषि विश्व विद्यालय, कृषि विज्ञान केन्द्र, केन्द्रीय व राजकीय बीज निगम, बीज उत्पादक या उनके केवल अधिकृत एजेंसियों से प्रमाणित/आधार बीज प्राप्त करें और इन्हें बोने तक शीतल सूखी और साफ जगह पर रखें
- बोने के लिए एवं उपचारित बीजों का उपयोग करें और बोने से पूर्व शुद्धता गुणवत्ता और अंकुरण क्षमता की जाँच कर लें जिससे बीजों का जमाव अच्छा होगा।
फसल |
अधिकतम सहायता प्रति किलोग्राम बीज पर |
योजना/घटक |
क.धान एवं गेहूँ
ख. संकर धान बीज |
क. रू. 5/- या मूल्य का 50% जो भी कम हो
ख. रू.20/-या मूल्य का 50% जो भी कम हो |
कृषि-राज्य कार्य योजना का वृहद प्रबंधन। |
क. बाजरा, ज्वार और जौ ख. संकर बाजरा और संकर ज्वार | क. रू.20/- या मूल्य का 50% जो भी कम हो ख. रू.10/-या मूल्य का 50% जो भी कम हो | कृषि-राज्य कार्य योजना का वृहद प्रबंधन |
सभी दलहन (अरहर, मूंग, उरद, मसूर, मटर, चना) | रू.12/- या मूल्य का 50% जो भी कम हो | कृषि-राज्य कार्य योजना का वृहद प्रबंधन |
सभी तिलहन, तोरिया बीज, सरसों, राई, और मक्का | रू. 12/- या मूल्य का 50% जो भी कम हो | कृषि-राज्य कार्य योजना का वृहद प्रबंधन |
किससे सम्पर्क करें ?
निकटतम खण्ड विकास अधिकारी या कृषि विभाग दिल्ली सरकार दिल्ली ।
सिंचाई
खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में
क्या करे?
- अच्छी कृषि पद्धतियों के माध्यम से मिट्टी और पानी का संरक्षण करें
- चेक बांधों और तालाबों के द्वारा बारिश के पानी का संचयन करें और फिर सिंचाई के लिए उपयोग करें।
- जल भराव क्षेत्रों में फसल विविधीकरण, बीज उत्पादन और पौधशाला लगायें।
- सूक्ष्मसिंचाईप्रणाली- बूँद-बूँद व छिड़काव सिंचाई अपनायें यह 30-37%तक पानी बचाती है और इससे फसलों की गुणवत्ता,उत्पादकता और उत्पादन भी बढ़ जाता है।
क्र.सं. |
सहायता का प्रकार |
सहायता का पैमाना/अधिकतम सीमा |
स्कीम घटक |
1. | छोटे टैंक/तालाब पर सहायता कमान्ड क्षेत्र के अनुसार अनुपातिक आधार पर स्वीकृत होगी | रू. 15.00 लाख प्रति इकाई मैदानी क्षेत्रों में10 हेक्टेयर कमांड क्षेत्र के लिए | राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत |
2. | कम माप के टैंक/तालाब पर सहायता कमान्ड क्षेत्र के अनुसार अनुपातिक आधार पर स्वीकृत होगी | लाइनिंग सहित हुए मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम मूल्य 1.20 लाख का 50 प्रतिशत प्रति लाभार्थी 2 हेक्टेयर कमांड के लिए रू. 100/- प्रति घन मीटर की दर से | राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत |
किससे सम्पर्क करें ?
निकटतम खण्ड विकास अधिकारी या कृषि विभाग व बागवानी इकाई कार्यालय, दिल्ली सरकार दिल्ली ।
Source-
- TamilNadu Agritech Portal