बंदगोभी की किस्में इस प्रकार है:-
1.पूसा मुक्ता
विमोचन वर्षः 1988 (सी.वी.आर.सी.)
अनुमोदित क्षेत्रः सम्पूर्ण भारत के लिए
औसत उपजः 300 कुन्तल/हेक्टेयर
विशेषताएं:छोटे तने वाला पौधा, चपटा-गोल बंद, मध्यम आकार, पत्ता हल्का हरा लहरदार किनारा, ब्लैक-राट प्रतिरोधी, रोपाई के 70-75 दिनों बाद तैयार।
2.गोल्डन एकड
विमोचन वर्षः 1970 (सी.वी.आर.सी.)
अनुमोदित क्षेत्रः सभी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त
औसत उपज:200-240 कुन्तल/हेक्टेयर (सब्जी के लिए)
विशेषताएं:सभी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त किस्म है। शीघ्र परिपक्व, पौधा छोटा, बाहरी खुले पत्ते 4-5, गोल, हरे व छोटे आकार के ठोस शीर्ष (बंद)। फसल रोपण के 60-75 दिनों में तैयार हो जाती है।
3.पूसा ड्रम हैड
विमोचन वर्षः 1968 (एस.वी.आर.सी., हिमाचल प्रदेश)
अनुमोदित क्षेत्रः शीतोष्ण व सम-शीतोष्ण क्षत्रे के लिए उपयुक्त
औसत उपजः 300 कुन्तल/हेक्टेयर (सब्जी के लिए)
विशेषताएं: इसके बंद ड्रम के आकार के, बड़े, चपटे, ठोस होते हैं। यह किस्म ब्लैक लेग बीमारी के प्रति प्रतिरोधी हैं। फसल रोपण के 80-90 दिनों में तैयार हो जाती है।
4.पूसा बन्द गोभी संकर 1
विमोचन वर्षः 2012 (आई.वी.आई.सी.)
अनुमोदित क्षेत्रः क्षत्रे 1 व 4 (जम्मू-कश्मीर,हिमाचल प्रदेश,उत्तर प्रदेश के लिए)
औसत उपजः 350-400 कुन्तल/हेक्टेयर (सब्जी के लिए)
विशेषताएं: इसके बंद गोल, ठोस, हरे व बाहरी पत्तियों से लहरनुमा ढके हुए होते हैं। यह काली सड़न के प्रति प्रतिरोधी व अधिक गर्मी सहने वाली संकर किस्म है। इसमें खेत में अधिक दिनों तक रहने की क्षमता होती है।
Source-
- Indian Agricultural Research Institute