अच्छी खेती एवं उत्पादकता के अचूक नुस्खे

अच्छी खेती एवं उत्पादकता के अचूक नुस्खे

1. गर्मी में गहरी जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से अवश्य करें ।
2.वर्षा जल के संरक्षण एवं भू-क्षरण रोकने हेतु खेत की मेड़ मजबूत एवं ऊँची रखें । पहली एवं लम्बे अंतराल पर हुई वर्षा में जल के साथ वायुमंडलीय नत्रजन घुला होने के कारण भूमि की उर्वरा क्षमता में वृद्धि होती है|
3. यथा संभव आधारीय या प्रमाणित बीज का प्रयोग संस्तुत मात्रा में करें । यदि घर के बीज का प्रयोग बुआई हेतु किया जा रहा है, तो बीज का उपचार फफूंदनाशक रसायन या बायो-पेस्टीसाइड्स से अवश्य करें ।
4. मृदा परीक्षण के आधार पर संस्तुत मात्रा में खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करें ।
5.धान-गेहूँ फसल चक्र वाले क्षेत्रों में मृदा उर्वरता को बनाये रखने के लिए हरी खाद हेतु ढैंचा, सनई की बुआई करें


6.मृदा स्वास्थ्य में सुधार हेतु कार्बनिक खाद जैसे- कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, नाॅडेप कम्पोस्ट, प्रेसमड आदि का प्रयोग करें ।
7.फसलों की सिंचाई हेतु उन्नत विधियों जैसे-क्यारी, थाला, बार्डर, चेक बेसिन, स्प्रिंकलर, ड्रिप सिंचाई विधि आदि का प्रयोग करें ।
8.अधिक आमदनी प्राप्त करने हेतु फसल उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन, बागवानी, सब्जी उत्पादन, फूल उत्पादन, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन आदि कार्यक्रमों को भी अपनायें ।
9. कम अवधि की नगदी फसलें जैसे – आलू, मशरूम, सब्जियों आदि फसलों की खेती प्राथमिकता के आधार पर करें ।
10. खेत में धान के पुआल, गेहूंँ के डंठल आदि को न जलावंे  बल्कि डिस्क हैरो या मिट्टी पलटने वाले हल से खेत में पलटकर सड़ायें ।
11.अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने हेतु एकीकृत पौध पोषण प्रबंधन एवं एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन तकनीक को अपनायें ।
12.कम लागत में गुणवत्तायुक्त उत्पादन प्राप्त करने हेतु जैव उर्वरक, वायो-पेस्टीसाइड्स, जैविक खादों का प्रयोग करें एवं फसल चक्र में दलहनी फसल का समावेश अवश्य करें ।

 

वर्तमान समय में कृषि उत्पादन एवं उत्पादकता में आये ठहराव को दूर करने के लिए निश्चित ही इन बिन्दुओं पर विचार करने पर टिकाऊ एवं लाभकारी कृषि होगी, साथ ही भूमि का स्वास्थ्य बढ़ेगा और ग्रामीणों की रूचि कृषि क्षेत्र में बढ़ेगी ।
साथ ही साथ प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण भी होगा और उनका समुचित उपयोग भी होगा । फसलों में लगने वाले कीट एवं बीमारियों

की संख्या कम होगी, जलधारण क्षमता बढ़ेगी, उपज में बढ़ोत्तरी होगी एवं किसानों का लाभ बढ़ेगा ।
तो आइए, इन बिन्दुओं पर ध्यान देते हैं और यह संकल्प लेते हैं कि अपनी कृषि में इन बिन्दुओं का समायोजन करते हुए अधिक लाभ कमायेंगे और अपनी भूमि का स्वास्थ्य बढ़ायेंगे ।

 

 

स्रोत-

  • कृषि विभाग,उत्तरप्रदेश
Show Buttons
Hide Buttons