ऋतुओं पर आधारित मशरूम की वर्षभर खेती

परिचय

अनुभवी कृषक होने के नाते आपको विदित होगा कि विभिन्न कृषि फसलों को बदल-बदल कर मौसम की अनुकूलता के अनुसार भिन्न-भिन्न ऋतुओं में उगाया जाता है। हमारे पूर्वजों की यह परम्परा रही है कि कृषि फसलों को एक क्रम में उगाते थे। आज भी यह परम्पराकायम है इस परम्परा के अनुसार फसलों को निम्नलिखित तथ्यों के आधर पर उगाते हैं।
1. अधिक पानी चाहने वाली फसल के बाद कम पानी चाहने वाली फसल जैसे-धान के बाद गेहूं।
2. अधिक उर्वरक चाहने वाली फसल के बाद कम उर्वरक चाहने वाली फसल जैसे-धान के बाद चना।
3. मूसला जड़ वाली फसल के बाद झकड़ा जड़ वाली फसलें जैसे-गेहूं-धान-गन्ना।फसलों को क्रम में उगाने का मुख्य उद्देश्य

 

भूमि

भूमि की उर्वरता, नमी एवं मृदा संरचना को बनाये रखना होता है। साथ ही बीमारियों व कीड़ों-मकोड़ों से बचाव करना तथा प्राकृतिक संसाधनों से अधिक से अधिक लाभ उठाना होता है।

 

जलवायु अनुसार उपलब्ध मशरूम प्रजातियाँ

फसलों को क्रम में उगाने की परम्परा को मशरूम की खेती में भी लागू किया जा सकता है। लेकिन मशरूम एक गैर परम्परागत फसल होने की वजह से इसे क्रम में उगाना अभी तक प्रचलन में नहीं आ पाया है। किसान केवल इसे एक ही ऋतु में उगाते आ रहे हैं तथा अन्य ऋतुओं में मशरूम उत्पादन व्यवसाय बंद कर देते हैं। जबकि हमारे देश की जलवायु भिन्न-भिन्न प्रकार की मशरूम की खेती के लिये उपयुक्त है। यदि हम देष की जलवायु पर नजर डालें तो पायेंगे कि यहां गर्म, आर्द्र, षीतोष्ण, आदि प्रकार की जलवायु विभिन्न प्रांतो में उपलब्ध है। इस प्रकार जलवायु के आधार पर ऋतुओं का भी जैसे षीत ऋतु, वर्षा ऋतु, बसंत ऋतु आदि का वर्गीकरण किया गया है।

अतः अमारे देष में भिन्न-भिन्न प्रकार की मषरूम को क्रम में उगाना सम्भव है क्योंकि भिन्न-भिन्न प्रकार की मशरूम की वृद्धि हेतु तापमान आवश्यकता अलग-अलग है। विभिन्न प्रकार की मशरूम की प्रजातियों को उगाने हेतु तापमान आवश्यकता निम्नलिखित है।

सारणीः कुछ प्रमुख खाद्य मशरूम के लिय अनुकूल तापमान

मशरूम के वैज्ञानिक नाम

  प्रचलित नाम

अनुकूलतम तापमान

(बीज फैलाव हेतु)

तापमान

(फलन हेतु)

1. एगेरिकस बाइसपोरस  बटन मशरूम 22-25 14-18
२.एगेरिकस बाइटॅारकिस ग्रीष्मकालीन श्वेत

बटन  मशरूम

28-30 25

 

3.आरिकुलेरिया प्रजाति ब्लैक इयर  मशरूम 20-34 12-30

 

4. लेन्टीनुला इडोड्स शिटाके   मशरूम 22-27 15-20
5. प्लूरोटस इरिन्जाई काबुल ढींगरी मशरूम 18-22 14-18

 

6. प्लूरोटस फ्लेविलेटस ढींगरी  मशरूम 25-30 22-26

 

7. प्लूरोटस फ्लोरिडा ढींगरी  मशरूम 25-30 18-22

 

8 प्लूरोटस सजोर-काजू ढींगरी  मशरूम 25-32 22-26

 

9.वाल्वेरियेला पराली  मशरूम 32-34 28-32

 

10. कैलोसाईबी इंडिका दूधिया  मशरूम 25-30 30-35

 

 

वार्षिक मशरूम फसल चक्र

उपर्युक्त सारणी में दिये गये विभिन्न प्रकार की मशरूम प्रजातियों की वानस्पतिक वृद्धि (बीज फैलाव) व फलनकाय (फलन) अवस्था के लिये अनुकूल तापमानों को देखने से यह स्पष्ट हो जाता है कि मशरूम को कृषि फसलों की भांति फेरबदल कर चक्रों में उगाया जा सकता है। जैसे मैदानी भागों व कम उँचाई पर स्थित पहाड़ी भागों में षरद ऋतु में श्वेत बटन मशरूम, ग्रीष्म
ऋतु में ग्रीष्म कालीन श्वेत बटन मशरूम व ढींगरी तथा वर्षा ऋतु में परालीमशरूम व दूधिया मशरूम।

उत्तर भारत में विभिन्न प्रकार की मशरूम को उगाने का क्रम चित्रों में दर्शाया से ज्ञात होता है कि मैदानी भागों में श्वेत बटन मशरूम को शरद ऋतु में नवम्बर से फरवरी तक, ग्रीष्मकालीन श्वेत बटन मशरूम को सितम्बर से नवम्बर व फरवरी से अप्रैल तक, काले कनचपडे़ मशरूम  को फरवरी से अप्रैल तक, ढींगरी मशरूम को सितम्बर स मई तक, पराली मशरूम को जुलाई से सितम्बर तक तथा दूधिया मशरूम को फरवरी से अप्रैल व जुलाई से सितम्बर तक उगाया जा सकता है।

मध्यम उंचाई पर स्थित पहाड़ी स्थानों में श्वेत बटन मशरूम को सितम्बर से मार्च तक, ग्रीष्मकालीन श्वेत बटन मशरूम को जुलाई से अगस्त तक व मार्च से मईतक, शिटाके मशरूम को अक्तूबर से फरवरी तक,ढिंगरी मशरूम को पूरे वर्ष भर, काले कनचपड़े मशरूम को मार्च से मई तक तथा दूधिया मशरूम को अप्रैल सेजून तक उगाया जा सकता है ।अधिक उंचाई पर स्थित पहाड़ी क्षेत्रों में श्वेत  बटन मशरूम को मार्च से नवम्बर तक, ढिंगरीमशरूम कोमई से अगस्त तक तथा शिटाके  मशरूम को दिसम्बर से अप्रैल तक उगाया जा सकता है |

इस प्रकार हमारे देष मे अलग-अलग तरह की जलवायु वाले स्थानों में ऋतु-अनुसार भिन्न-भिन्न प्रकार के मशरूम फसल चक्र अपनाकर साल भर मशरूम की खेती करना संभव है। समुद्रतटीय राज्यों में वर्ष भर ढींगरी मशरूम, पराली मशरूम व दूधिया मशरूमको प्राकृतिक वातावरण में उगाया जा सकता है। पूर्वोत्तर राज्यों में श्वेत बटन मशरूम, ढींगरी मशरूम, षिटाके मशरूम व काले कनचपड़े मशरूम को उगाया जासकता है।

मध्य व पश्चिमी भारत में ढींगरी मशरूम को ग्रीष्म ऋतु को छोडकर अन्य सभी ऋतुओं में व दूधिया मशरूम की खेती वर्ष भर की जा सकती है।मशरूम उत्पादन की इन मौसमी वार्षिक योजनाओं पर अमल कर किसान वर्ष भर रोजगार प्राप्त कर मशरूम से खेती करते रहने से बीमारियों व कीड़े-मकोड़े का प्रकोप भी बढ़ जाता है, मशरूम फसल चक्र कोअपनाकर इनका प्रकोप कम किया जा सकता है। साथ ही देष के कुल मशरूम उत्पादन में बढ़ोतरी करने मेंसहयोग दे सकते हैं।

 

Source-

  • भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद

One thought on “ऋतुओं पर आधारित मशरूम की वर्षभर खेती

  1. I want to grow it in my home I have lots of space can you help me get the seeds of it.

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