जुलाई केअन्तिम सप्ताह से अक्टूबर का अन्तिम सप्ताह
उर्द
उन्नत प्रजाति:-
आजाद 1, नरेन्द्र यू 1, पन्त यू 19, आई पी यू 94-1 एंव् पन्त यू 30
बीज की मात्रा:-
बीज 20-25 कि.ग्रा./हे0
लाईन से लाईन से दूरी:-
45 से.मी.
खाद एवं उर्वरक:-
15 से 20 टन गोबर की खाद, नत्रजन-20, फास्फोरस- 60, पोटाश-40 एव् सल्फर-35 कि.ग्रा./हे0
खरपतवार नियत्रण:-
1. प्रथम निराई 20-25 दिन
2. दूसरी निराई-40-45 दिन
बीमारियाँ:-
1. पीला मोजेक- मैटासिस्टोक्स/़मैलाथिओन (0.1 प्रतिशत) का छिडकाव करे।
2. लीफ कर्ल- मैटासिस्टोक्स (0.1 प्रतिशत) का छिडकाव करना चाहिए।
कीट निय़त्रण:-
1. हैयरी कैटरपीलर- एन्डोसल्फान 30 ई.सी. 1.5 ली0 का 1000 ली0 पानी में मिलाकर छिडकाव करें।
2. लीफ होपर- मोनाक्रोटोफोस 40 ई.सी./ एन्डोसल्फान 30 ई.सी. 1.5 ली0 का छिडकाव करें ।
मई के दूसरे सप्ताह से जुलाई का दूसरा सप्ताह
ज्वार (हरा चारा)
उन्नत किस्म:-
मीठी ज्वार (रियो), पी.सी-6, पी.सी-9, यू.पी. चरी 1, पन्त चरी-3, एच.सी.-308, हरियाना चरी-1711 एव् मउ टाइप -2
बुवाई का समय:-
ज्वार की बुवाई समय सें कर देनी चाहिए। वर्षा न होने की दशा में बुवाई पलेवा करके करना चाहिए
बीज की दर:-
30-40 कि.ग्रा./हे0
लाइन से लाइन:-
30 से. मी.
खाद एवं उर्वरक:-
10 से 15 टन गोबर की खाद प्रति हे, नाईट्रोजन-80 से 100, फास्फोरस-60, पोटाश-40 कि.ग्रा./हे0
खरपतवार नियंत्रण:-
एक निराई करके खरपतवारों को खेत से बाहर डालें।
चारे हेतु विशैले पदार्थ का निदान:-
एच.सी.एन.नामक विशैला पेैदार्थ फसल की 30 से 40 दिन की अवस्था तक अधिकतम मात्रा में होता है इसलिए चारे के लिए ज्वार को 40 दिन बाद कटाई करें।
नवम्बर का दूसरा सप्ताह से अप्रैल का अन्तिम सप्ताह
गेहू
उन्नत प्रजाति:-
पी.बी.डब्लू-343, पी.बी.डब्लू-373, पी.बी.डब्लू-502, एच डी 2285, राज 3765, एच डी 2733, एच डी 2307, एच डी 2402 एव् डी वी डब्लू 17
बीज दर व दूरी:-
100-120 कि.ग्रा./हे0
पंक्तियो की दूरी:-
15-20 से.मी.
खाद व उर्वरक:-
गोबर की खाद 10-15 टन/हे, नाईट्रोजन-120, फास्फोरस-80 एव् पोटाश-60 कि.ग्रा./हे0
खरपतवार नियन्त्रण:-
चैडी एवं सकरी पत्ती वाले खरपतवार- टोटल – (सल्फासल्फुरान मैट सल्फुरान 75 5% w/w) 1.25 ली0 प्रति हे0 का छिंडकाव बुवाई से 30-35 दिन में करें। ध्यान रहे कि मौसम साफ हो।
स्रोत-
- कृषि प्रणाली अनुसंधान परियोजना निदेशालय मोदीपुरम, मेरठ